सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है लिरिक्स Sarfaroshi Ki Tamanna Lyrics

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सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है लिरिक्स Sarfaroshi Ki Tamanna Lyrics Patriotic Songs Hindi Lyrics देश भक्ति गाने कविताएँ गीत

सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है

ऐ वतन, करता नहीं क्यूँ दूसरी कुछ बातचीत,
देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफ़िल में है
ऐ शहीद-ए-मुल्क-ओ-मिल्लत, मैं तेरे ऊपर निसार,
अब तेरी हिम्मत का चरचा ग़ैर की महफ़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

वक़्त आने पर बता देंगे तुझे, ए आसमान,
हम अभी से क्या बताएँ क्या हमारे दिल में है
खेँच कर लाई है सब को क़त्ल होने की उमीद,
आशिकों का आज जमघट कूचा-ए-क़ातिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

है लिए हथियार दुश्मन ताक में बैठा उधर,
और हम तैयार हैं सीना लिए अपना इधर.
ख़ून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्क़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

हाथ, जिन में है जूनून, कटते नही तलवार से,
सर जो उठ जाते हैं वो झुकते नहीं ललकार से.
और भड़केगा जो शोला सा हमारे दिल में है,
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

हम तो घर से ही थे निकले बाँधकर सर पर कफ़न,
जाँ हथेली पर लिए लो बढ चले हैं ये कदम.
ज़िंदगी तो अपनी मॆहमाँ मौत की महफ़िल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

यूँ खड़ा मक़्तल में क़ातिल कह रहा है बार-बार,
क्या तमन्ना-ए-शहादत भी किसी के दिल में है?
दिल में तूफ़ानों की टोली और नसों में इन्कलाब,
होश दुश्मन के उड़ा देंगे हमें रोको न आज.
दूर रह पाए जो हमसे दम कहाँ मंज़िल में है,
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है

वो जिस्म भी क्या जिस्म है जिसमे न हो ख़ून-ए-जुनून
क्या लड़े तूफ़ान से जो कश्ती-ए-साहिल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में
– बिस्मिल अज़ीमाबादी

Sarfaroshi Ki Tamanna Complete Lyrics in Hindi Bismil Ajimabadi

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है ।

करता नहीं क्यों दुसरा कुछ बातचीत,
देखता हूँ मैं जिसे वो चुप तेरी महफिल मैं है ।

रहबर राहे मौहब्बत रह न जाना राह में
लज्जत-ऐ-सेहरा नवर्दी दूरिये-मंजिल में है ।

यों खड़ा मौकतल में कातिल कह रहा है बार-बार
क्या तमन्ना-ए-शहादत भी किसी के दिल में है ।

ऐ शहीदे-मुल्को-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार
अब तेरी हिम्मत का चर्चा ग़ैर की महफिल में है ।

वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमां,
हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है ।

खींच कर लाई है सब को कत्ल होने की उम्मींद,

आशिकों का जमघट आज कूंचे-ऐ-कातिल में है ।

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है,
देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है ।

 

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देशभक्ति गीत से अभिप्राय :
देशभक्ति गीत किसी देश की अस्मिता होते हैं जिन के माध्यम से राष्ट्र को
सर्वोपरि स्थान दिया जाता है। इन गीतों की प्रमुखता होती है की इनमे
राष्ट्र रस और देशभक्ति की भावना जाग्रत करने के लिए रचा जाता है।
राष्ट्रिय पर्व, राजनैतिक कारकर्मों, अन्यदेशों में देश का प्रतिनिधित्व
जैसे ओलम्पिक गेम्स और अन्य खेल प्रतियोगिताओ में इसे बजाया जाता है ये
राष्ट्र गान के बाद बजाया जाता है। कवी प्रदीप, सुमित्रानंदन पंत,
गिरिजाकुमार माथुर के देशभक्ति गीत काफी प्रचलित हैं। स्वतंत्रता आंदोलन के
समय से ही  देशभक्ति गीत और कविताओं ने लोगों में जोश भरा है। 
हिंदी
सिनेमा ने देशभक्ति फिल्मों के माध्यम से इस क्षेत्र में विशेष कार्य किया
है। टीवी का भी इस क्षेत्र में अहम् योगदान दिया है। दूरदर्शन के समय
देशभक्ति गीत, सांप्रदायिक एकता को प्रदर्शित करने के लिए चलाये जाते थे जो
लोगों की जुबान पर रहते थे। जैसे सुन सुन मेरे मुन्ने सुन, प्यार की गंगा
बहे, देश में एक रहे। इसके साथ ही “मिले सुर मेरा तुम्हारा”, “बजे सरगम हर
तरफ से”, “हिन्द देश के निवासी सब जन एक हैं”, “हम सब एक हैं “, “झंडा ऊँचा
रहे हमारा” आदि गीतों ने एक अमित छाप छोड़ी है। 
सिनेमा
ने देशभक्ति गीतों को एक नया आयाम दिया है। १९४८ में फिल्म शहीद ने लोगों
में देशभक्ति की भावना को जाग्रत कर दिया था। फिल्म जगत से जुड़े कवी प्रदीप
ने “ए मेरे वतन के लोगों ” की रहना चीन युद्ध के बाद की गयी। कवी प्रदीप
की इस रचना को सर्वप्रथम लता मगेशकर ने गाय जिसे सुन कर जवाहर लाल नेहरू के
आखों में पानी आ गया था। आज भी स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस के अवसर
पर यदि यह गीत ना बजाया जाय तो कुछ अधूरा सा रहता है। 
१९६७
में प्रदर्शित उपकार फिल्म का एक गीत जो काफी प्रसिद्ध हुआ वो था ”  मेरे
देश की धरती, सोना उगले, उगले हिरे मोती ” लोगों की जुबान पर चढ़ गया था और
आज भी विशेष अवसरों पर इसे प्रदर्शित किया जाता है जिसने पुरे देश को एक
सूत्र में बांधने का प्रयास किया। इसके अलावा “जहाँ डाल डाल पर सोने की
चिड़िया करे बसेरा “, “अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नहीं “, “दे दी
हमें आजादी बिना खडग बिना धाल , मेरा रंग दे बसंती चोला आदि गीतों ने
देशभक्ति  की भावना को लोगों में प्रसारित करने में अहम् भूमिका  निभाई है। 

Sarfaroshi Ki Tamanna Lyrics In English

Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamare Dil Mein Hai
Dekhna Hai Zor Kitna Bazu-e-qatil Mein Hai

Aye Watan, Karta Nahin Kyun Dusra Kuch Bat-chit
Dekhta Hun Main Jise Who Chup Teri Mehfil Mein Hai
Aye Shahid-e-mulk-o-millat Main Tere upar Nisar
Ab Teri Himmat Ka Charcha Ghair Ki Mehfil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamare Dil Mein Hai

Waqt anay Dey Bata Denge Tujhe Aye asman
Hum Abhi Se Kya Batayen Kya Hamare Dil Mein Hai
Khainch Kar Layi Hai Sab Ko Qatl Hone Ki Ummid
ashiqon Ka aj Jumghat Kucha-e-qatil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamare Dil Mein Hai

Hai Liye Hathiyar Dushman Tak Mein Baitha Udhar
Aur Hum Taiyyar Hain Sina Liye Apna Idhar

Khun Se Khelenge Holi Gar Vatan Muskhil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamare Dil Mein Hai

Hath Jin Mein Ho Junun Katt Te Nahi Talvar Se
Sar Jo Uth Jate Hain Voh Jhukte Nahi Lalkar Se
Aur Bhadkega Jo Shola-sa Humare Dil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamare Dil Mein Hai

Hum To Ghar Se Nikle Hi The Bandhkar Sar Pe Kafan
Jan Hatheli Par Liye Lo Barh Chale Hain Ye Qadam
Zindagi To Apni Mehman Maut Ki Mehfil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamare Dil Mein Hai

Yuun Khada Maqtal Mein Qatil Kah Raha Hai Bar Bar’
Kya Tamanna-e-shahadat Bhi Kisi Ke Dil Mein Hai
Dil Mein Tuufanon Ki Toli Aur Nason Mein Inqilab
Hosh Dushman Ke Uda Denge Humein Roko Na aj
Duur Reh Paye Jo Humse Dam Kahan Manzil Mein Hai
Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamare Dil Mein Hai

Wo Jism Bhi Kya Jism Hai Jismein Na Ho Khun-e-junun
Tufanon Se Kya Lade Jo Kashti-e-sahil Mein Hai

Chup Khade Hain aj Sare Bhai Mere Khamosh Hain
Na Karo To Kuchh Kaho Mazhab Mera Mushkil Mein Hai

Sarfaroshi Ki Tamanna Ab Hamare Dil Mein Hai.
Dekhna Hai Zor Kitna Bazuay Qatil Mein Hai.


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